Wuchereria bancrofti
Wuchereria bancrofti एक filarial nematodes है जो Filaroidea गण के अंतर्गत आता है। ये होंठविहीन (lipless) और तंतुरूप कृमि (filiform worms) होते हैं जिनमें ग्रसनी बल्बनुमा नहीं होती है, बल्कि यह आगे की ओर पेशीय और पीछे की ओर ग्रंथियुक्त होती है। मादा Wuchereria में जननांग छिद्र ग्रसनी क्षेत्र में होता है, और नर में यह बिना bursate के होते हैं। Wuchereria (Filaria) bancrofti फाइलेरिया रोग पैदा करने वाला मानव फाइलेरिया कृमि है।
भौगोलिक वितरण (Geographical distribution)
Wuchereria bancrofti ध्रुवीय क्षेत्रों को छोड़कर पूरे विश्व में व्यापक रूप से पाया जाता है। यह अरब, भारत, मलाया, चीन, कोरिया, जापान, पूर्वी भारत, ब्राज़ील और दक्षिण प्रशांत द्वीप समूह में पाया जाता है। यह यूरोप, उत्तरी अमेरिका और अफ्रीका में अपेक्षाकृत कम पाया जाता है।
आदतें और आवास (Habits and habitat)
फाइलेरिया कृमि एक खतरनाक मानव परजीवी है। यह एक द्विआनुवंशिक परजीवी (digenetic parasite) है जो दो hosts में अपना जीवन चक्र पूरा करता है। इसका अंतिम पोषक मनुष्य होता है जिसमें वयस्क कृमि रहते हैं, जबकि इसका inter-mediate host एक रक्त-चूसने वाला कीट, आमतौर पर मच्छर, होता है। वयस्क फाइलेरिया कृमि मनुष्य की लसीका ग्रंथियों (lymph glands) और लसीका मार्गों (lymph passages) में कुंडली मारकर रहते हैं।
संरचना (Morphology Structure)
वयस्क Wuchereria bancrofti कृमि तंतुमय और बेलनाकार होते हैं और शरीर के दोनों सिरे कुंद सिरे पर समाप्त होते हैं। यह creamy white रंग के होते हैं। इनके लिंग अलग-अलग होते हैं और इनमें एक विशिष्ट लैंगिक द्विरूपता (sexual dimorphism) होती है।
मादा Wuchereria कृमि की लंबाई 65 से 100 मिमी और व्यास 0.25 मिमी होता है, जबकि नर Wuchereria कृमि का व्यास क्रमशः 40 मिमी और 0.1 मिमी होता है।
Mouth aperture सरल होता है, बिना होंठों वाला। इसकी ग्रसनी या ग्रासनली (Pharynx or oesophagus) एक अग्र पेशीय भाग (anterior muscular portion) और एक पश्च ग्रंथिल भाग (posterior glandular portion) में विभाजित होती है। इसमें ग्रासनली बल्ब (oesophageal bulb) अनुपस्थित होता है।
अन्य nematodes की तरह इनकी आंत भी simple होती है। नर का पिछला सिरा तीक्ष्ण, अधर की ओर मुड़ा हुआ होता है, जिसमें कई genital papillae, caudal alae और दो असमान मैथुनशील कंटक (copulatory spicules) होते हैं।
मादा कृमि का योनी या जननांग छिद्र (Vulva or genital pore) pharyngeal region में ventral में स्थित होता है, और pyriform ejector mechanism या ovejector से युक्त होता है।

No comments:
Post a Comment